बता दें कि जिले में धान की खरीद के लिए 66 क्रय केंद्र स्थापित किये गए हैं लेकिन धान खरीद के नाम पर किसानों का खुलेआम शोषण हो रहा है। पहले तो क्रय केंद्र पर नंबर नहीं लग रहा है दूूसरे नमी के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। यही नहीं पंखे की जगह डस्टर चलवाकर 10 प्रतिशत तक धान उड़ा दिया जा रहा है। जिससे किसानों मेें भारी गुस्सा है।
सीएम के आगमन पर लालगंज प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के संयोजक केशरी नारायन सिंह, जिला उपाध्यक्ष शेरबहादुर सिंह, जिलामंत्री डा. शैलेन्द्र नाथ यादव व भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह पिंटू ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि लालगंज क्षेत्र में धान क्रय केंद्रों पर किसानों से बीस रूपए प्रति कुंतल पल्लेदारी और बीस रूपए प्रति कुंतल धान साफ कराई के नाम पर वसूला जा रहा है। जिसके कारण धान समर्थन मूल्य प्रति कुंतल 1940 के बजाए किसानों को 1900 रूपए ही मिल मिल पा रहा है। धान की खरीद में भी आनाकानी की जा रही है।
वहीं रबी की फसलों, बुआई के समय ठंडक के दिनांे में ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति दिन में निर्बाध्य मिलनी चाहिए लेकिन दिन में मुश्किल से मात्र तीन से चार घंटे ही आपूर्ति मिल रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में रात्रि कालीन आपूर्ति में भले ही कुछ घंटे अधिक कटौती की जाए लेकिन दिन में कम से कम आठ से दस घंटे निर्बाध्य विद्युत आपूर्ति की जानी चाहिए। सीएम को पत्रक सौंपकर भाजपा नेताओं ने समस्या के तत्काल समाधान की मांग की।