उन्होंने कहा कि अबू आसिम का बयान उनके मानसिक दिवालिएपन का द्योतक है। आजमगढ़ वीरों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, क्रांतिकारियों की धरती है न कि मुगलों की। आजम शाह के पूर्वज हिंदू थे और इसी जिले के मेहनगर के रहने वाले थे। अबू आसिम को उनके पूर्वजों का इतिहास पढ़ना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अबू आसिम आजमी का चाल और चरित्र कैसा है यह जिले का बच्चा बच्चा जानता है। यह वहीं अबू आसिम है जिसने सपा सरकार के दौरान मेहता पार्क में असलहों का नग्न प्रदर्शन कर दहशत फैलाई थी। यहीं नहीं अबू आसिम वर्ष 1993 में हुए मुंबई ब्लास्ट का भी आरोपी रहा है। ऐसे लोग चाल और चरित्र की बात करें तो किसी के गले नहीं उतरती।
उन्होंने कहा कि अबू आसिम जैसे लोगों को पीएम और सीएम पर टिप्पणी से पहले अपने गिरेहबान में झांककर देख लेना चाहिए। गुंडे और देशद्रोहियों की पैरोकारी करने वाले लोगों को यहां के लोग अच्छी तरह जानते हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ आर्यो की धरती रही है। अबू आसिम इतिहास उठाकर देख ले इस जिले को पहले आर्यमगढ़ के नाम से ही जाना जाता था। अगर सरकार इस जिले का पुराना नाम लौटाती है तो इसमें गलत क्या है।
BY- RANVIJAY SINGH