बता दें कि शुक्रवार को जहानागंज पुलिस ने संजय यादव सहित कुछ लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला पंजीकृत किया है। इसके बाद से ही संजय यादव और उनके समर्थक मुकर हो गये है। डीएम कार्यालय पहुंची संजय की पत्नी किरन यादव और समर्थकों ने आरोप लगाया कि संजय मूलरूप से गाजीपुर जनपद के बहरियाबाद थाना क्षेत्र के बनकटा गांव के निवासी है। आरोप है कि एमएलसी चुनाव में संजय यादव अपने भाई ओमकार यादव के साथ गाजीपुर में रहकर सपा के प्रचार किये थे। जबकि चंचल बार बार अपना प्रचार करने का दबाव बना रहे थे।
ओमकार ने चंचल का चुनाव में विरोध किया इसलिए वह खार खाये हुए हैं। चंचल सिंह ने संजय यादव को देख लेने की धमकी भी दिये थे। वर्तमान में संजय यादव आजमगढ़ जिले के जहानागंज ब्लाक के क्षेत्र पंचायत प्रमुख हैं। संजय जेल में रहे या बाहर चंचल उनके खिलाफ लगातार साजिश रच रहे है। किरन यादव ने आरोप लगाया कि वर्तमान में चंचल सिंह एसटीएफ के साथ मिलकर संजय के एनकाउंटर की साजिश रच रहे हैं। चंचल एसपी आजमगढ़, प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी पर भी एनकाउंटर का दबाव बना रहे हैं। संजय को मारने के लिए ही उनके खिलाफ फर्जी मुकदमें कराए जा रहे हैं। कप्तान के दबाव में झूठी विवेचना और फर्जी आरोप पत्र प्रेषित किया जा रहा है।
संजय की पत्नी और समर्थकों के मैदान में उतरने से यह मामला तूल पकड़ने लगा है। वैसे संजय के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज है। जेल में रहते हुए भी वह विवादों में घिरे रहे हैं। उनकी पत्नी का साफ कहना है कि अगर संजय का एनकाउंटर या हत्या होती है तो उसके जिम्मेदार चंचल सिंह होंगे।