बता दें कि आजम खान ने हाल ही में जयाप्रदा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद जयाप्रदा ने आयोग को पत्र लिखकर उनके खिलाफ कार्रवाई करने तथा उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके बाद आयोग ने आजम खान को 72 घंटे प्रचार से रोक दिया है। यह मामला अब भी शांत होता नहीं दिख रहा है। भाजपा चुनाव में इसे मुद्दा बनाकर महिलाओं की सहानुभूति अपने पक्ष में करना चाहती है।
18 अप्रैल को भवरनाथ के पास कम्हेनपुर में विजय संकल्प महिला सम्मेलन होना है। इस सम्मेलन में योगी सरकार की मंत्री स्वाति सिंह बतौर मुख्य अतिथि भाग लेंगी। सूत्रों की माने तो महिला प्रकोष्ठ इस बैठक में महिलाओं को लेकर देश में आजम खान व अन्य नेताओं द्वारा की जा रही टिप्पणी के खिलाफ रणनीति बनाएगी। इसमें यह तय किया जाएगा कि किस तरह महिलाओं के बीच जाकर उन्हें इस अपमान का बदला लेने के लिए प्रेरित करना है।
इस मामले में जिलाध्यक्ष डा. संचिता बनर्जी कहते हैं कि देश की आधी आबादी को नेता अपमानित कर साबित क्या करना चाहते हैं। कभी कोई समाजवादी कहता है कि लड़कों से गलती हो जाती है तो अब आजम खान महिलाओं के अन्तः वस्त्र का रंग बता रहे हैं। यह मानसिक दिवालियेपन का प्रतीक है। इन्होंने आधी आबादी को अपमानित किया है इसलिए चुनाव आयोग को ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने पर ही प्रतिबन्ध लगाना चाहिए। हम महिलाओं को ऐसे लोगों के खिलाफ लामबंद करेंगे और समझाएंगे कि जो आपका सम्मान नहीं कर सकता वह आपको आपका अधिकार कैसे दे सकता है। आखिर आजम खान ने यह बात अखिलेश यादव की मौजूदगी में कही थी कम से कम अखिलेश को तो विरोध करना चाहिए था।
BY-Ranvijay Singh