बता दें कि गुरुवार के जिले के सभी 22 ब्लाकों पर नामाकंन की प्रक्रिया चल रही थी। उसी दौरान हरैया ब्लाक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दो क्षेत्र पंचायत सदस्योें के अपहरण का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद सपा और भाजपा के कार्यकर्ता आमने सामने हो गए। एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गयी।
माहौल बिगड़ता देख अधिकारियों को सूचना दी गई तो एसडीएम सगड़ी गौरव कुमार मौके पर पहुंच और लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन बात बढ़ती ही चली गयी। नामाकंन की प्रक्रिया पर भी ब्रेक लग गया। हंगामे के दौरान सपा के पूर्व विधायक अभय नरायण पटेल व भाजपा कार्यकर्ताओं में धक्कामुक्की भी हुई। ब्लाक परिसर से पूर्व विधायक को सीओ सगड़ी के संरक्षण में बाहर निकाला गया।
भारतीय जनता पार्टी के संतोष कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के लोगों ने हमारे दो बीडीसी का अपहरण कर लिया है। सदस्यों को जब तक हमें नहीं दिया जाएगा, गेट से नहीं हटेंगे। उप जिलाधिकारी सगड़ी गौरव कुमार ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया अलग है। इसमें किसी तरह की बाधा उत्पन्न करना कतई ठीक नहीं है। अपहरण करना अपराधिक कृत्य है। तहरीर दीजिए तो प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ।वहीं सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। जगह जगह हमारे प्रत्याशियों को नामाकंन से रोकने की कोशिश की जा रही है और पुलिस प्रशासन सत्ता के इशारे पर मौन साधे है।
BY Ran vijay singh