क्षेत्र के दुर्वासा धाम के चेतरा गांव निवासी 50 वर्षीय अमरनाथ सिंह की तीन पुत्रियां और एक पुत्र है। उनकी दूसरी पुत्री की तान्या सिंह की शादी थी। जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के बढ़ौना गांव से बारात आ रही थी। उनका पूरा परिवार और रिश्तेदार बरात के स्वागत के लिए तैयार थे। बारात गांव के करीब पहुंच चुकी थी। अमरनाथ सिंह बारात के स्वागत के लिए घर से कुछ दूरी पर मौजूद थे। तभी एकाएक उन्हें चक्कर आया और वे लड़खड़ाकर गिर गए। आनन फानन उन्हें फूलपुर ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होते हुए शादी की खुशियां मातम में बदल गयी।
लोग शव लेकर घर पहुंचे और उसे कमरे में रख दिया। साथ ही फैसला किया कि शादी रोकने से बेहतर है कि बेटी की शादी संपन्न करायी जाए। इसके बाद गमगीन माहौल में ही बेटी को सात फेेरे दिलाए गए। सिंदूर दान के बाद बेटी की विदाई की गयी। थोड़ी देर बाद ही फिर बेटी को मायके बुला लिया गया। बेटी के आते ही परिवार में कोहराम मच गया। दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।