आजमगढ़

एक तरफ पड़ी थी पिता की लाश, दूसरी तरफ बेटी ले रही थी सात फेरे, जानिए क्या थी वजह

शादी समारोह के दौरान दुल्हन के पिता की मौत से हड़कंप मच गया। चुंकि शादी का कार्यक्रम शुरू हो गया था इसलिए शव को घर में रखकर किसी तरह वौवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराया गया।

आजमगढ़Dec 03, 2021 / 09:52 am

Ranvijay Singh

प्रतीकात्मक फोटो

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. एक तरफ सात फेरे की तैयारी चल रही थी। बारात पहुंचने वाली थी और पिता बारातियों के स्वागत के बाद बेटी के कन्यादान की तैयारी कर रहा था। तभी न जाने क्या हुआ कि लड़खड़ाकर गिरा और उसकी मौत हो गयी। घर के मुखिया की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। गांव के लोगों ने फैसला किया कि किसी को इसकी जानकारी न हो और उन्होंने शव को घर में रख दिया। इसके बाद बेटी का सात फेेरे दिलाए गए। घटना फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के चेतरा गांव की है।

क्षेत्र के दुर्वासा धाम के चेतरा गांव निवासी 50 वर्षीय अमरनाथ सिंह की तीन पुत्रियां और एक पुत्र है। उनकी दूसरी पुत्री की तान्या सिंह की शादी थी। जौनपुर जिले के शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के बढ़ौना गांव से बारात आ रही थी। उनका पूरा परिवार और रिश्तेदार बरात के स्वागत के लिए तैयार थे। बारात गांव के करीब पहुंच चुकी थी। अमरनाथ सिंह बारात के स्वागत के लिए घर से कुछ दूरी पर मौजूद थे। तभी एकाएक उन्हें चक्कर आया और वे लड़खड़ाकर गिर गए। आनन फानन उन्हें फूलपुर ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होते हुए शादी की खुशियां मातम में बदल गयी।

लोग शव लेकर घर पहुंचे और उसे कमरे में रख दिया। साथ ही फैसला किया कि शादी रोकने से बेहतर है कि बेटी की शादी संपन्न करायी जाए। इसके बाद गमगीन माहौल में ही बेटी को सात फेेरे दिलाए गए। सिंदूर दान के बाद बेटी की विदाई की गयी। थोड़ी देर बाद ही फिर बेटी को मायके बुला लिया गया। बेटी के आते ही परिवार में कोहराम मच गया। दोपहर बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।

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