उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान की उत्पत्ति ही गलत है। पाकिस्तान को बनाना था तो हिंदुस्तान के सारे मुसलमानों को वहां जाने देना चाहिए था। पाकिस्तान को जब तक अच्छी तरह से सबक नहीं सिखाया जाएगा तब तक वह हमेशा तंग करता रहेगा। कभी कश्मीर के मुद्दे पर तो कभी आतंकी भेज कर वह भारत के खिलाफ साजिश करता रहेगा। अब समय आ गया है कि, पाक को उसी की भाषा में समझाया जाय।
उन्होंने जिले के लोगों से वादा किया कि, आजमगढ़ के युवाओं के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा। इसका खर्च वे स्वय वहन करेंगे। साथ ही खुद भी ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा बनेगें। बता दें कि, ब्रिगेडियर वीर चौहान 1965 के हाजीपीर और 1984 सियाचिन ग्लैशियर विजेता रहे हैं। पाकिस्तान के अंदर रेड कर आतंकवादियों को नष्ट करने वाले बिख्यात कमांडर वीर चौहान साहब प्रादेशिक सेना के कमांडर और नंबर 1 पैरा के भी कमांडर रह चुके है। उनके आजमगढ़ आगमन पर पूर्व सैनिक जयप्रकाश, पूर्व सैनिक महेंद्र कुमार, वेद प्रकाश पांडेय, राकेश मौर्य, पप्पू चतुर्वेदी, अंबिका पांडे, संदीप कुमार, दयाशंकर, ओपी, सोनू पांडे, चंद्रकांत, अच्छेलाल वर्मा, राजकुमार आदि ने माल्यापर्ण कर स्वागत किया।
input-रणविजय सिंह