बीएसएनएल इम्प्लाइज यूनियन जिला सचिव आंनद कुमार सिंह ने कहा कि बीएसएनएल को जान बूझकर सरकार गर्त में ढकेल रही है ताकि बीएसएनएल का निजीकरण किया जा सकें। इसको लेकर संगठन लम्बे समय से लामबंद रहा है लेकिन कर्मियों के साथ सरकार अन्याय कर रही है। आज भी उदासीनता रवैया अख्तियार किये हुए है। बीएसएनएल 2004-2005 में दस करोड़ रूपये के मुनाफे में था लेकिन सरकार की नीतियों के कारण आज वही हानि में चल गया। इसी को लेकर 8 व 9 जनवरी 2019 को बीएसएनएल कर्मी दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे ताकि सरकार तक अपनी आवाज पहुंचायी जा सकें।
सहायक सचिव पंचानंद राय, हरिदरश राय ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सार्वभौमिकरण और कमोडिटी मार्किट में सट्टेबाजी पर रोक के जरिये मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण के त्वरित उपाय, रोजगार की उत्पति के ठोस उपायों के माध्यम से बेरोजगारी पर अंकुश लगाने सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर 8-9 जनवरी को बीएयू, नेशनल फेडरेशन आफ टेलीकाम एम्प्लाइज, बीएसएनएल मजदूर संघ, टेलीकाम इम्प्लाइज प्रोग्रेसिव यूनियन के सदस्य अपनी नाराजगी दर्ज करायेंगे। जिसको लेकर यह सांकेतिक प्रदर्शन किया गया है।
प्रदर्शन में जिला सचिव एनएफटीई हरि दरश राय, पंचानन्द राय, महेश कुमार, प्रशान्त यादव, यशवन्त सोनकर, नीलम, राजपति देवी, तौफिक आलम, राजा राम, श्याम नारायण यादव, अशोक यादव, घन श्याम प्रजापति, शिव शंकर, सुबास श्रीवास्तव, एसपी पाण्डेय, चन्द्रसेन सिंह, यूके सिहं, संतोष सिंह, सुनील उपाध्याय, सुनील सिंह, नरेन्द्र प्रजापति, मदन मोहन यादव, राम भुवाल, हरिश्चन्द्र गिरि, सुनील सिंह, बृजराज, हरि राम मौर्य, श्याम बचन, अब्दुल हन्नान, राम दरश भारती, छेदी लाल, पुन्नु लाल, जंगशेर सिंह, नन्द लाल यादव, सुनील चौहान, विवेक विश्वकर्मा आदि शामिल रहे।
By Ran Vijay Singh