पूर्व बसपा विधायक ने आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात की और उनका दुख दर्द बांटा। इस दौरान जमाली ने बीमार लोगों और जिनके घर बेटी की शादी है उनकी मदद की। उन्होंने कहा कि समाज के गरीब असहायों का सेवा सबसे बड़ा धर्म है। क्षेत्र में गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों के इलाज और बेटियों की शादी के लिए क्षेत्र के लोगों को आर्थिक सहायता पिछले कई वर्षों से दी जा रही है। इस परंपरा का वे सदैव निर्वहन करते रहेंगे।
जमाली ने कहा कि मैं चुनाव हारूं या जीतूं ये मायने नहीं रखता। मेरे लिए यह मायने रखता है कि मैं अपने जिला के जरूरतमंदों के कितना काम आ सका। मैं ईश्वर से दुआ करूंगा कि मैं अपनी आखिरी सांस तक इसके सुख दुख में भागीदार बनता रहूं। मेरे राजनीति में आने का मंकसद ही समाज के गरीब, कमजोर, असहायों की सेवा करना है। इस दौरान उन्होंने 15 हजार की मदद अख्तरी मुबारकपुर, 10-10 हजार की मदद राजेश धनहुव्वॉ, भोला कुरैशी करमैनी, गणेश राजभर पियरोपुर, शम्सा बंजारा करमैनी, रशीद अहमद पलिया, रूबीना बिंद्रा बाज़ार, सीमा मुबारकपुर, 7-7 हज़ार की मदद संगिनी गुजरपार, अबुल हसन गजहडा, जफर आलम फखरुद्दीनपुर, वकील अहमद शाहगढ़, मुन्ना सितारा बानो बिसहम, शमशाद अहमद लौदा मेहनगर, जहीरुन फखरुद्दीनपुर, असलम महाराजगंज तथा 5-5 हज़ार की मदद अवधू सरोज पदमिनियां, प्रभा देवी जमालपुर, रुकसाना गजाहड़ा, विद्यासागर बड़हलगंज, रूबीना करमैनी, आमिर अहमद बाजबहादुर, परवेज़ शाहगढ़, मधुबनी देवी भुजही, कमला देवी गुलामीपुरा, नुसरत खातून जालंधरी, मुमताज अहमद पतीला गौसपुर, शाहनवाज मुबारकपुर को दी।