विधायक ने कहा कि बीते दिनों जामिया यूनिर्वसिटी का विडियों वायरल हुआ था। उस विडियों में देखा गया कि बच्चें लाइब्रेरी में पढ रहे थे और किताबों से अपना बचाव कर रहे है लेकिन पुलिस बेरहमी से लाठियां बरसा रही थी। इसी तरह मुबारकपुर में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने ज्यादती की है, बेकसूरों को मुल्जिम बनाते हुए जेल भेज दिया। पांच फरवरी को सीएए, एनआरसी को लेकर बिलरियागंज में महिलाएं शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रही थी कि अलसुबह पुलिस ने लाठीचार्ज किया, महिलाओं पर पानी फेंका, आंसू गैंस के गोले दागे। मासूम बच्चों को पीटा गया जिसमें महिला समेत कई घायल हो गई और पुलिस ने कई बेकसूरो को कार्रवाई के नाम पर जेल भेज दिया। विधायक ने इस मामले में विस अध्यक्ष से मांग किया कि रिटायर्ड न्यायाधीश से मामले की जांच कराई जाय।
विधायक ने सदन में वित्त मंत्री की मौजूदगी में कहा कि पांच दिन पूर्व वाराणसी में एक परिवार ने वित्तीय संकट की वजह से आत्महत्या कर लिया। इस घटना में देखा व सुना भी गया कि एक बेटा अपने पिता से कहता है कि पिता जी आपको अगर मुझे मारना है तो मुझे नींद की गोली दे दीजिएगा। उसके बाद मार दीजिएगा। यह घटना सबने सूनी देखी। एक घटना का और जिक्र करते हुए विधायक ने बताया कि गाजियाबाद में एक हमारे में मित्र थे। उन्होने एक कार्यक्रम में मुझसे बताया कि मैने अपनी बिटिया की शादी तय कर दी है आप लोगो को भी आना है। वही एक दिन एक अखबार में देखा की गुप्ता जी ने आर्थिक संकट की वजह से आत्महत्या कर लिया। शाह आलम ने इस घटना को लेकर वित्त मंत्री से आग्रह किया कि व्यापारियों के लिए कोई फंड बनाये जिससें व्यापरियों को कोई परेशानी आये तो उस फंड से उनकी मदद करते हुए परेशानियां दूर की जा सके और आगे से कोई आत्महत्या के लिए मजबूर न हो।
BY- RANVIJAY SINGH