बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव तीन जुलाई को संपन्न हुआ है। इस चुनाव में सपा ने भाजपा को करारी शिकस्त दी है। सपा ने 74 मतों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की यह आजमगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी जीत है। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के बाद अब क्षेत्र पंचायत प्रमुख (ब्लाक प्रमुख) चुनाव की सरगर्मी बढ़ गयी है।
जिले में ब्लाक प्रमुख की 22 सीटें हैं। पिछले चुनाव में सपा-बसपा के बीच सीधा मुकाबला रहा था। बीजेपी को सिर्फ चार सीटें मिली थी। उस समय बाहुबली रमाकांत यादव भाजपा के साथ थे। रमाकांत के भाई की बहू अर्चना यादव फूलपुर, उन्हीं का करीबी पवई से चुनाव जीता था। दो अन्य सीटों में मार्टीनगंज व तहबरपुर भाजपा के खाते में गयी थी। इस चुनाव में रमाकांत यादव सपा के साथ है। ऐसे में बीजेपी की चुनौती बढ़ी है।
फूलपुर सीट से भाजपा ब्लाक प्रमुख रही अर्चना यादव अब सपा प्रत्याशी हैं। पवई और मार्टीनगंज के लिए भी बाहुबली रमाकांत पूरी ताकत लगा रहे हैं। वहीं पल्हनी सीट पर बाहुबली दुर्गा प्रसाद यादव के भतीजे प्रमोद यादव चुनाव लड़ रहे हैं। महराजगंज में सपा ने एमएलसी राकेश यादव की पत्नी को मैदान में उतार दिया है। सपा और भाजपा ने सभी 22 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है जिसमें दस सीट पर सपा ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी कर दी है। बसपा प्रत्याशी सिर्फ आधा दर्जन सीटों पर नजर आ रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने जिस तरह जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की है, उसी तर्ज पर अब ब्लाक प्रमुख पद पाने के लिए भी रणनीति बना रही है। क्योंकि ब्लाक प्रमुख पद पर भी सपा के कई दिग्गजों के स्वजन और करीबियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। दूसरी तरफ जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में मिली करारी शिकस्त का बदला लेने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा भी रणनीति तैयार करने में जुटी है। संभावना जताई जा रही है कि दो-तीन दिनों में चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाएगी और 15 जुलाई तक चुनाव संपन्न हो जाएगा।
BY Ran vijay singh