बता दें कि खुद सीएम योगी कहते हैं कि आजमगढ़ उनके लिए सर्वोच्च प्राथमिकता वाला जिला है। शायद यही वजह है कि यूपी के सबसे कद्दावर नेता डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को यहां का प्रभारी तथा प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार को नोडल अधिकारी बनाया गया है। यूपी में बीजेपी को सत्ता में आये करीब नौ महीने हो गये है। इस दौरान सीएम और डिप्टी सीएम ने जिले की कई यात्राएं की लेकिन उम्मीद के विपरीत आजमगढ़ के लिए एक भी परियोजना की घोषणा नहीं की गई।
इससे लोग काफी निराश है। यही नहीं पूर्व सरकार की भी कई योजनाएं समय से धन न मिलने के कारण अधर में लटकी हैं। खासतौर पर आजमगढ़ रोडवेज का निमार्ण पूरा न होना पूरे जिले को दर्द दे रहा है। अब सीएम चार जनवरी को दि किसान सहकारी चीनी मिल सठियांव के डिस्टलरी का उद्घाटन करने आ जा रहे हैं। इसके शुरू होते ही मिल में प्रतिदिन 30 हजार लीटर ऐथेनाल का निर्माण शुरू हो जाएगा। यह पूर्वांचल के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना मानी जा रही है।
वैसे इस बार सीएम आजमगढ़ को दो सौ करोड़ की सौगात भी देगे। यह सौगात किन परियोजनाओं के रूप में होगी अभी इसका खुलासा नहीं हुआ लेकिन भाजपाई ऐसा दावा कर रहे है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक सीएम डिस्टलरी के साथ कई और परियोजनाओं का लोकापर्ण करेंगे, साथ की कुछ योजनाओं का शिलान्यास भी होगा।
इनमें सर्वाधिक परियोजनाओं में शिक्षा विभाग की होगी। जिसमें 69.51 लाख रुपये से निर्मित पांच राजकीय विद्यालय मित्तूपुर जहानागंज, सुरजनपुर मेंहनगर, फत्तेपुर फूलपुर, रसूलपुर लालगंज और डुभांव पल्हना का लोकार्पण होगा। इसके साथ ही एक करोड़ 70 लाख 25 हजार रुपये की लागत से निर्मित होने वाले चार बालिका छात्रावास का शिलान्यास भी होगा। जिसमें राजकीय बालिका इंटर कालेज बघावर, कटघर लालगंज, अंबारी और अजमतगढ़ शामिल हैं। इसके अलावा कुछ और भी योजनाए है जिसका शिलान्यास सीएम कर सकते हैं।
Input- रणविजय सिंह