बता दें कि सेवादल को कांग्रेस की रीढ़ माना जाता है। 1 जनवरी 1924 को इस फं्रटल संगठन का गठन हुआ था और इसके पहले संगठक (अध्यक्ष) पंडित जवाहर लाल नेहरू बने थे। आरएसएस की तर्ज पर यह संगठन अंदर ही अंदर कांग्रेस को मजबूत करने का काम करता है लेकिन पिछले 29 सालों से यह संगठन उपेक्षा का शिकार रहा है। वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी की खाट पंचायत को सफल बनाने में इस संगठन ने काफी अच्छी भूमिका निभाई थी।
चुनावों में लगातार हार के बाद अब फिर कांग्रेस को इस संगठन की याद आयी है और सेवादल को फिर से मजबूत बनाने की कवायद शुरू हो गयी है। अब इसे पूरे जोश, रणनीति और बजट के साथ आरएसएस के खिलाफत में लांच किया जा रहा है। आजमगढ़ के मुख्य संगठक सत्य प्रकाश मिश्र का कहना है कि यह संगठन अस्तित्व में आने के बाद से ही सेवा का कार्य कर रहे है। हम सिर्फ कांग्रेस के लिए काम नहीं करते बल्कि समाज के दबे कुचले लोगों और आपदा में राहत का भी काम करते हैं।
श्री मिश्र की माने तो अगले एक माह में संगठन का विस्तार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सेवा दल का ड्रेस कोड सफेद पैंट शर्ट और जूता मोजा है। यह अपने नाम के अनुरूप सेवा का काम करता है। वर्ष 2019 के चुनाव में संगठन की भूमिका पर उन्होंने कहा यह संगठन हमेशा से कांग्रेस के लिए काम करता रहा है और आगे राष्ट्रीय नेतृत्व का जो फैसला होगा उस हिसाब से काम करेगा।
By- Ranvijay Singh