मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों, गरीबों और बेरोजगारों का भला करने के नाम पर सत्ता में आयी मोदी सरकार सत्ता मिलते ही इन्हीं के भक्षक के रूप में काम कर रही है। मोदी सरकार केवल अपने बड़े पूंजीपतियों से याराना निभाने के लिए तीन काला कानून पारित किया है, जिसका लाभ केवल पूंजीपतियों को मिलेगा। इस कानून से किसान को हानि होगी।
उन्होंने कहा कि सुभासपा और मोर्चा के लोग किसानों के साथ हैं। किसी भी दशा में इनकी ज्यादती, हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। केंद्र सरकार किसानों के हित को देखते हुए तीनों काले कानून को वापस नही करती है तो मोर्चा के लोग आगामी रणनीति तैयार कर खुद प्रदर्शन करेंगे। जो मादी सरकार को उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगा। देश में बेरोजगारी चरम पर है और सरकारी इकाईयों को बेचकर सरकार अपनी जिम्मेदारियों से हाथ खड़ा कर रही है। ऐसे गैरजिम्मेदार सरकार को नैतिकता के आधार पर खुद से इस्तीफा दे देना चाहिए। ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं हैं। पीएम मोदी शूट-बूट को ही विकास मानते है जबकि देश की स्थिति आज सोचनीय है।
BY Ran vijay singh