मुबारकपुर थाना क्षेत्र के गोछा गांव निवासी शकीना की गांव के ही एजाज व उनके सहयोगियों से कुछ दिनों पूर्व मारपीट हो गई थी। उस मामले में शकीना के खिलाफ एनसीआर दर्ज हो गई थी।
शकीना का आरोप है कि थाने के सिपाही सुरेश यादव ने निष्पक्ष जांच कराकर मुकदमा समाप्त कराने का भरोसा देते हुए पांच हजार रुपये लिए थे। उसके कुछ दिन बाद ही सुरेश की बीट बदल दी गयी और उसके स्थान पर धर्मेंद्र की तैनाती हो गयी।
पीड़िता ने धर्मेंद्र से संकर्प किया तो फिर से पांच हजार रुपये की डिमांड की गई। महिला ने सिपाही से मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग कर ली थी। बात एसपी तक पहुंची तो पुलिस अधीक्षक ने पैसा वापस करने के निर्देश दिया।
एसपी के निर्देश को दरकिनार कर सिपाही ने उल्टा प्रार्थना वापस लेने की धमकी दे डाली। यह भी कहा कि उसकी बात नहीं मानी तो जेल भेज देगा। इससे घबराई महिला ने एसपी को दोबारा प्रार्थना पत्र देकर सिपाही को मुबारकपुर से हटाने की गुहार लगायी है।
पीड़ित महिला का आरोप है कि वह पुलिसकर्मियों के उत्पीड़न से तंग आ चुकी है। पुलिस धनउगाही के चक्कर में खुलआम उसका उत्पीड़न कर रही है। दूसरा पक्ष दबंग और रसूखदार है इसलिए उसका साथ दे रही है।
by ran vijay singh