बता दें कि शहर से सटे हुसैनगंज में कत्था का कारोबार काफी पुराना है। पूर्व में यहां अवैध फैक्ट्री पकड़ी जा चुकी है। वर्तमान में यहां एक कत्था फैक्ट्री संचालित है लेकिन यह फैक्ट्री मानक के विपरीत संचालित हो रही है। फैक्ट्री में अवशेष निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। फैक्ट्री का अपशिष्ट कुआं खोदकर बहाया जा रहा है। कुछ अपशिष्ट वहीं एक पोखरी में बह रहा है। परिणाम स्वरूप कि पूरे गांव का भूमिगत जल दूषित हो चुका है। हैंडपंप भी कत्थे का गंदा पानी उगल रहे हैं। गांव के राम चंदर यादव, रूखसाना व उर्मिला का कहना है कि पानी इतना गंदा आ रहा है कि इसे पीने पर लोग बीमार पड़ जा रहे हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री द्वारा अपशिष्ट बहाने का विरोध करने पर फैक्ट्री संचालक मारपीट पर उतारू हो जाता है। इस मामले में एसडीएम सदर प्रशांत कुमार नायक का कहना है कि मामला संज्ञान में है। जिलाधिकारी ने जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है। जिसमें खाद्य सुरक्षा अधिकारी, क्षेत्रीण प्रदूषण अधिकारी के अलावा उन्हें शामिल किया गया है। जल्द ही स्थलीय निरीक्षण कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
By Ran Vijay Singh