बता दें कि 1 अप्रैल तक जिले में 14 संदिग्ध लोग पाए गए थे जिन्हें जिला अस्पताल अथवा सुपर स्पेशिलिटी अस्पातल मेडिकल कालेज चक्रपानपुर में भर्ती कराया गया था। इन सभी की जांच निगेटिव पाई गयी थी जिससे प्रशासन के साथ ही आम आदमी को बड़ी राहत मिली थी लेकिन दिल्ली के निजमुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल लोगों ने इस महामारी को आजमगढ़ में भी फैलाना शुरू कर दिया है। सूत्रों की माने तो विभिन्न क्षेत्रों से दो दर्जन से अधिक लोग तब्लीगी जमात में शामिल होने गए थे। इसमें कुछ वापस लौट चुके है और कुछ दूसरे जिलों में फंसे हैं। वहीं दूसरे प्रांत अथवा जिलों के भी तमाम लोगों के यहां शरण लेने की संभावना है यह वही लोग है जो तबलीगी जमात में शामिल हुए थे और अब अपनी पहचान छिपाकर मस्जिद और मदरसों में छिपे हुए हैं।
मुबारकुपर के मदरसे से मिले थे सात लोग
शायद इसका पता भी नहीं चलता अगर जमात में शामिल लोग शुरूआती दौर में ही पाजटिव न मिले होते। प्रशासन सर्तक हुआ तो अब ममाले खुलने लगे है। बुधवार को जिला प्रशासन और पुलिस ने खुफिया रिपोर्ट पर मुबारकुपर के मदरसे से सात लोग मिले थे। इसमें एक भी व्यक्ति आजमगढ़ का रहने वाला नहीं था। पकड़े गए लोगों में अब्दुल रऊफ ग्राम राजा मंडी, आंध्र प्रदेश, मुहम्मद मुजम्मिल ग्राम नदाली थाना भोजपुर गाजियाबाद, आशिफ ग्राम भगवानपुर तहसील रूड़की हरिद्वार, सैयद अतिकुर्रहमान ग्राम निजामाबाद, तेलंगाना, अब्दुल कलाम, ग्राम भोजपुर जिला गाजियाबाद, अकील अहमद व मोहम्मद इरशाद ग्राम नदली, गाजियाबाद के रहने वाले थे।
साथ ही इनके खिलाफ गुरूवार को एफआईआर दर्ज कराया गया। अब ये लोग मेडिकल कालेज में भर्ती कराये गए है। इन्हीं में से चार लोगों के पाजटिव होने की चर्चा है लेकिन जिलाधिकारी ने सिर्फ 3 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की है। मुबारकपुर के सिकठी नयापुरा गांव स्थित जिस मस्जिद में ये छिपे थे उसे सील कर दिया गया है। साथ ही मुबारकपुर की सीमा भी सील हो गयी है। यहां किसी को भी घर से निकलने की अनुमति नहीं है।
ये भी पढ़ें – खुशखबरी : कोरोना को मिली मात, बनारस में एक कोरोना का पेशेंट हुआ ठीक
प्रशासन के सामने यह बड़ी चुनौती
अभी भी दो दर्जन जिले के ऐसे लोग है जो जमात में शामिल हुए है। ये अब घर आने लगे हैं। प्रशासन के सामने यह बड़ी चुनौती है कि उन्हें चिन्हित कर अस्पताल पहुंचाए। कारण कि लोग सीधे तौर पर आने वालों को छिपाने की कोशिश कर रहे है। ऐसे में प्रशासन की चुनौती और बढ़ गयी है। वैसे पुलिस वाले पिछले 24 घंटे में सक्रिय हुई है और बाहर से आये वाले कई लोगों का पुलिस की मदद से उठाया गया है। जिलाधिकारी का कहना है कि तीन लोगों के संक्रमित मिलने के बाद प्रशासन की जिम्मेदारी और बढ़ गयी है। हमें बाहर से आये शत प्रतिशत लोगों को कोरंटाइन कराने के लिए गांवों में कर्मचारियों को लगाया है। जो लोग बाहर से आये लोगों को छिपाते है अथवा संरक्षण देते हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।