बता दें कि कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। माताएं भी संक्रमण का शिकार हो रही है। बच्चे में भी संक्रमण न फैले इसलिए वे बच्चे को स्तनपान नहीं करा रही अथवा कराने से डर रही है लेकिन यह बच्चों की समस्या बढ़ा रहा है। मां का दूध न पीने से बच्चों में कुपोषण के साथ ही तमाम रोगों के शिकार होने का खतरा बना हुआ है।
जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मंजूला सिंह व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. यूबी चैहान का कहना है कि कोविड पॉजिटिव धात्री माताओं के स्तनपान कराने से शिशु में संक्रमण का कोई भी खतरा नहीं है। इस संक्रमण में बड़ी संख्या में लोग पॉजिटिव हो रहे हैं। यदि किसी कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से धात्री माताएं पॉजिटिव हो जाती हैं तो भी वह अपने बच्चे को स्तनपान करा सकती हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसकी पुष्टि की है। डबल्यूएचओ का कहना है कि मां के दूध से बच्चे के कोविड पॉजिटिव होने की आशंका कम रहती है। उन्हें शिशु को स्तनपान कराना नहीं छोड़ना चाहिए। इससे शिशु को ज्यादा दिक्कत हो सकती है। वह कुपोषण और दूसरी अन्य बीमारियों के साथ ही हाइपोथर्मिया का शिकार हो सकता है। जिससे शिशु के शरीर का तापमान सामान्य से कम होने की आशंका रहती है। इसलिए अगर धात्री महिला किसी के संपर्क में आने के बाद संक्रमित भी हो जाती है तो भी उसे अपने बच्चे को स्तनपान कराना बंद न करे।
उन्होंने बताया कि माताएं अपने बच्चे को स्तनपान कराते समय कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूर करें। स्तनपान कराने से पहले अपने हाथ और स्तन को अच्छी तरह से धो लें। मास्क का प्रयोग जरूर करें। स्तनपान के दौरान शिशु को धुले हुए कपड़े या तौलिया में रखें। स्तनपान के बाद तौलिया शिशु के शरीर से अलग कर दें और मां से शिशु को अलग कमरे में रखें। शिशु को घर के बाहर न ले जाएं।
BY Ran vijay singh