यूपी एटीएस को मिली इस बड़ी कामयाबी के बाद आजमगढ़ पुलिस ने विक्रम सिंह को रिंमांड पर लेकर न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया गया। न्यायालय के आदेशानुसार विजय को जिला जेल भेज दिय़ा गया। बुधवार को इस मामले की जानकारी देते हुए आजमगढ़ के पुलिस कप्तान ने पत्रिका को बताया की गिरफ्तार आरोपी विजय सिंह उर्फ विक्रम फैजाबाद जिले के गोसाईगंज थाने के पुरैनी गांव का निवासी है। उसके विरुद्ध हत्या और हत्या के प्रयास के आजमगढ़, फैजाबाद और बस्ती जिले में कई मुकदमे दर्ज हैं। इसके विरुद्ध गुंडा एक्ट आदि की भी कार्रवाई हो चुकी है।
पुलिस अधीक्ष ने बताया कि जिले की पुलिस को विजय सिंह उर्फ विक्रम की काफी दिनों से तलाश थी। विजय सिंह 26 मई को अपने साथी अतरौलिया थाना क्षेत्र के अमारी गांव निवासी अनुराग सिंह और अंबेडकर नगर जिले के अहिरौली थाने के धर्मपुर खेवार गांव निवासी रितेश सिंह के साथ कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यवसायी की हत्या करने जा रहे थे।
पुलिस अधीक्ष ने बताया कि जिले की पुलिस को विजय सिंह उर्फ विक्रम की काफी दिनों से तलाश थी। विजय सिंह 26 मई को अपने साथी अतरौलिया थाना क्षेत्र के अमारी गांव निवासी अनुराग सिंह और अंबेडकर नगर जिले के अहिरौली थाने के धर्मपुर खेवार गांव निवासी रितेश सिंह के साथ कप्तानगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यवसायी की हत्या करने जा रहे थे।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान उसके दोनों साथी गिरफ्तार कर लिए गए थे। जबकि विजय फरार हो गया था। तभी से उसकी तलाश की जा रही थी। एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विजय पर 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित था। बुधवार को यूपी एसटीएफ ने इसे गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल किया। पुलिस सूत्रों की मानें तो अपराधियोें के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई के बाद विक्रम को गिरफ्तार करना अब चुनौती बनती जा रही थी। योगी सरकार के अपराध मुक्त प्रदेश को लेकर ये दबाव था कि पुलिस विक्रम को जल्द गिरफ्तार करे।