गंभीरपुर थाना क्षेत्र के सिंघड़ा गांव का प्रधान संतोष यादव गांव में पंचायत भवन का निर्माण करा रहा था। रविवार को निर्माण कार्य हो रहा था कि दलित बस्ती की महिलाएं वहां पहुंचकर विरोध करने लगी। महिलाओं का आरोप था कि पंचायत भवन का निर्माण गलत जगह हो रहा है। इसलिए एसडीएम से भूमि का सीमांकन कराने के बाद ही निर्माण कराया जाय लेकिन प्रधान ने महिलओं की बात नहीं सुनी और अपनी मर्जी से ग्राम समाज की भूमि पर निर्माण कार्य जारी रखा।
इससे नाराज महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया। फिर क्या था प्रधान पक्ष के लोग नाराज हो गए और दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। इसी दौरान प्रधान ने महिलाओं पर हमला कर दिया और उन्हें खेत में दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इस दौरान किसी ने घटना की वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
पहले तो गंभीरपुर पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश की लेकिन जब वीडियो वायरल हुई तो मामला एसपी के संज्ञान में पहुंच गया। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह के निर्देश के बाद पुलिस ने प्रधान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। वहीं दलितों में पुलिस के प्रति गुस्सा साफ दिख रहा है।
इस ममाले में पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि पंचायत भवन के निर्माण को लेकर विरोध हुआ था। इस दौरान महिलाओं ने प्रधान का गिरेबान तक पकड़ लिया था। इस पर प्रधान ने उन पर हमला किया। महिलाओं पर हमला करना निश्चित तौर पर अपराध की श्रेणी में आता है। प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोप प्रधान को गिरफ्तार भी कर लिया है।
BY Ran vijay singh