मेंहनगर थाना क्षेत्र के सिंहपुर गांव निवासी 30 वर्षीय बृजेश कुमार सिंह पूर्व में कोलकाता में रहता था। उसने कोलकाता में ही एक कंपनी बनायी। फ्लिप कार्ड, पेटीएम व अन्य सोशल नेटवर्किंग सिस्टम से जो लोग आनलाइन सामानों की खरीदारी करते थे उन लोगों का वह कोरियर के एजेंट के माध्यम से उनका सारा व्यौरा एकत्रित कर लेता था। इसके बाद वह स्वयं उनके नंबर पर फोन कर अपने को संबंधित कंपनी का अधिकारी बनकर बात करता था।
बातचीत के दौरान उन्हें इनाम निकलने का लालच देकर अपने खाता में रुपये स्थानांतरित करा लेता था। दीदारगंज थानाध्यक्ष मनोज सिंह का कहना है कि इस तरह से उसने हजारों लोगों को अपना शिकार बनाकर उनका करोड़ों रुपये हड़प लिया था। एक अक्टूबर को उसके समेत चार लोगों के खिलाफ कोलकाता साइबर क्राइम सेल में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उक्त मुकदमे की विवेचना कर रहे कोलकाता पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से उसका लोकेशन ट्रेस कर लिया और दो दिन पूर्व ही जिले में आ गयी। एसपी से मिलकर कोलकाता पुलिस ने मदद मांगी।
एसपी के निर्देश पर दीदारगंज थानाध्यक्ष ने कोलकाता पुलिस के साथ शनिवार की रात को दीदारगंज थाना क्षेत्र के खरसहन गांव में छापा मारकर उक्त जालसाज बृजेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया। वह एक माह से खरसहन गांव स्थित अपने ससुराल में छुपकर रह रहा था। कोलकाता पुलिस उसे रविवार को अपने साथ लेकर रवाना हो गई।