जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार ने जनपद के सभी लघु एवं सीमांत किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से फसली ऋण उपलब्ध कराने के लिए नया निर्देश जारी किया है। अब खेती किसानी करने वालों के साथ साथ पशु पालकों एवं मत्स्य पालकों को भी केसीसी की सुविधा प्राप्त होगी। जो किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन अथवा मत्स्य पालन करते हैं उन्हें रूपया 3 लाख तक की सुविधा, केवल पशुपालन अथवा मत्स्य पालन करने वाले किसानों को दो लाख रुपए तक ऋण की सुविधा बैंकों द्वारा समय से जमा करने पर 3 प्रतिशत ब्याज पर अथवा 4 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर उपलब्ध कराया जाएगा।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कॉलेटरल फ्री कृषि ऋण की सीमा एक लाख से बढ़ाकर रू 1.6 लाख कर दिया गया है। जिसे लागू करने के लिए भारतीय बैंक संघ ने सभी बैंकों को गाइडलाइन जारी कर रुपया 3 लाख तक की सीमा तक के किसान क्रेडिट कार्ड के लिए प्रोसेसिंग, डॉक्यूमेंटेशन, लेजर फोलियो के निरीक्षण शुल्क इत्यादि न लिए जाने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि शासन की मंशा है कि जनपद में 96 प्रतिशत लघु सीमांत किसान है, उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर होने के कारण कृषि निवेशो का क्रय कर समय पर उपयोग नहीं कर पाते हैं। इस प्रकार केसीसी से सस्ते दर पर फसली ऋण प्राप्त कर कृषि निवेशों का समय पर सदुपयोग होगा और वैज्ञानिक ढंग से खेती करके किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि यह अभियान जनपद में कैंपों के माध्यम से चलाया जाएगा।
प्रत्येक सप्ताह प्रगति की समीक्षा की जाएगी। कैंपों का आयोजन सप्ताह में दो बार किया जाएगा। बैंक सभी किसानों को निःशुल्क फॉर्म देगे। किसानों को आधार कार्ड, खतौनी की छाया प्रति, फोटो फार्म के साथ जमा करनी होगी। फार्म जमा होने के 15 दिन के बाद बैंकों द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। कैंपों का आयोजन बैंक के शाखा पर ही होगा। जनपद आजमगढ़ में 66405 नए किसानो को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़े जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जाने हेतु विकास खण्डवार कैम्प का आयोजन किया गया है, जिसके अन्तर्गत… By Ran Vijay Singh