सोमवार को पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी के नेतृत्व में जनपद आजमगढ़ पुलिस को आज बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ ने जनपद में हो रही लगातार लूट की घटनाओं को चुनौती के रूप में लेते कई टीमें लगाकर घटना का अनावरण करने में जुट गई। जिसमें मुख्य सरगना व शातिर अपराधी व 50 हजार का इनामिया सुनील पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया।
बता दें कि, सुनील ने आजमगढ़ के डॉ. शिवरतन यादव से 5 लाख की फिरौती की मांग की थी। वहीं मोटरसाईकिल सवार दो बदमाशों दहशत फैलाते हुए शिवरतन यादव के मेडिकल स्टोर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैलाई थी। बदमाशों ने जिस वकित फायरिंग की थी उस वक्त शिवरतन अपने मेडिकल पर मौजीद थे।
जिसकी सूचना के बाद थानाध्यक्ष जहानागंज द्वारा जनपद नियंत्रण कक्ष को दी गई। जिसपर जनपद के सभी थानाक्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाने लगा। जिसके क्रम में सोमवर को भी वहानों की चेकिंग की जा रही थी। तभी सामने से एक मोटरसाईकिल सवार संदिग्ध व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया। जिसको रोकने प्रयास करने पर वह तरवां थानाक्षेत्र की ओर भागने लगा। इसपर पुलिस टीम द्वारा मोटरसाईकिल सवार का पीछा करते हुए जिला नियंत्रण कक्ष को उक्त घटना की सूचना दी गई।
सभी थानाक्षेत्रों में चेकिंग बढा दी गई। इसी दौरान चेकिंग कर रहे प्रभारी थाना तरवां द्वारा उक्त मोटरसाईकिल सवार बदमाश को ग्राम-पट्टी भिखारी के पास रोकने का प्रयास करने पर उक्त बदमाश ने अपने आप को पुलिस टीम से घिरता हुआ देख पुलिस टीम पर फायर कर दिया। आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग में बदमाश को गोली लगी। जिससे बदमाश घायल हो गया। घायल बदमाश की पहचान 50 हजार का इनामिया सुनील राम उर्फ सिपाही पुत्र नन्दलाल राम के रूप में की गई। घायल अभियुक्त सुनील राम उर्फ सिपाही को चिकित्सीय उपचार हेतु मण्डलीय चिकित्सालय ले जाया गया। जहां से चिकित्सको द्वारा बीएचयू वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। रिकॉर्ड के मुताबिक इनामिया कुख्यात बदमाश सुनील के उपर अबतक 30 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।