बताते है कि शारदा सहायक खंड 32 से जुड़ी नहर में शनिवार को पानी ओवरफ्लो होने से सैकड़ों सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल पानी में डूब गयी। नहर में पानी का बहाव तेज होने से किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खिच गईं लेकिन छाती पीटने से ज्यादा कुछ नहीं कर सके। एक सप्ताह में दूसरी बार नहर के ओवरफ्लो होने से मुश्किल बढ़ी है। किसानों ने बताया कि नहर में पहले दो निशान लगाया जा रहा था। एक निशान गेहूं के फसल के लिए दूसरा धान की फसल के लिए। इस समय धान के निशान से भी ऊपर पानी आ रहा है। जबकि किसानों ने गेहूं की फसल बोई है।
अव्यवस्था के कारण किसानों के समक्ष भुखमरी की नौबत आ सकती है। इलाके में खानपुर, दरि, खंडवारी, कनैथा छित्तुपट्टी इत्यादि गांवों के किसानों की फसल चपेट में आई है। छित्तुपट्टी गांव के राकेश गुप्ता, रामरूप गुप्ता, प्रभावती देवी, अनिल रायंदूराम आदि किसानों ने बताया कि उनके खेत में गेहूं की बुवाई की गई थी। वह पानी में डूब कर बर्बाद होने के कगार पर आ पहुंची है। अगर एक दिन भी पानी लगा रहा तो फसल बर्बाद हो जाएगी और उनके लिए रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा। उक्त किसानों ने सरकार और प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।
By Ran Vijay Singh