विभागवार देखे तो सर्वाधिक 55 मामले राजस्व के थे। इसके अलावा पुलिस के 35, विकास के 10, विद्युत के 02, आपूर्ति के 03 मामले तहसील दिवस में पहुंचे थे। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने कहा कि यदि समस्याओं का निस्तारण प्रारम्भिक स्तर पर ही कर दिया जाए तो जनता को मुख्यालय तक नही जाना पड़ेगा। इसलिए अधिकारीगण प्राथमिकता के आधार पर प्रारम्भिक स्तर पर ही जन समस्या का वास्तविक निस्तारण कर दें। उन्होने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त हुए मामलों का समय से निस्तारण करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही/शिथिलता क्षम्य नही होगी।
पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्याआें के निस्तारण करने में किसी प्रकार की लापरवाही न करें, इसे उच्च प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का निस्तारण करना सुनिश्चित करें।