बिहार प्रांत के गोपालगंज की अदालत ने जयनाथ सिंह के खिलाफ समन जारी किया है। अध्यक्ष पर धन लेकर फर्जी बाउंस चेक देने का आरोप है। वैसे इस मामले में एक सप्ताह से सुलह समझौते का प्रयास चल रहा है। जिलाध्यक्ष पर लगातार लग रहे आरोप भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। कारण कि सामने चुनाव है। विरोधी वारंट को लगातार सोशल मीडिया पर वायरल भी कर रहे है।
बता दें कि जयनाथ सिंह को पंकज सिंह का करीबी माना जाता है। वर्ष 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद पंकज सिंह पर भी काम के बदले धन लेने का अारोप लगा था लेकिन राजनाथ सिंह के पुत्र होने के कारण वे कार्रवाई से बच गये थे। पंकज सिंह आजमगढ़ के प्रभारी भी है। पिछले दिनों मौका मिलने पर उन्होंने अपने करीबी जयनाथ सिंह को अध्यक्ष बनवा दिया। अध्यक्ष बनने के बाद से ही जयनाथ सिंह विवाद में घिरे हुए है।
अब रबी पांडेय नाम के व्यक्ति ने उनपर फ्रॉड का आरोप लगाया है। उन्होंने बिहार के गोपालगंज न्यायालय में जयनाथ सिंह के खिलाफ मुकदमा किया है। आरोप लगाया है कि जयनाथ सिंह से उनकी जान पहचान थी। 15 अगस्त 2016 को जयनाथ सिंह उसकी गैस एजेंसी पर आये और आईटीआई खोलने पांच लाख रूपये मांगा। इसके बाद वे 30 अगस्त को दोबारा गैस एजेंसी पर आकर रूपया मांगे तो दो लाख उसने दे दिया। जब उसने रूपया वापस मांगना शुरू किया तो जयनाथ सिंह ने 20 सितंबर 2017 को गैस एजेंसी के नाम दो लाख रूपये का चेक दे दिया लेकिन वह चेक बाउंस हो गया। इसके बाद उसने चेक वापस कर दिया। फिर जब उसने अपना पैसा मांगना शुरू किया तो देने से मना कर दिया। इस मामले में कोर्ट ने भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ 2 जून 2018 को समन जारी किया गया।
BY- RANVIJAY SINGH