बता दें कि आजमगढ़ के कंधरापुर थाना क्षेत्र के दुबरहन बुजुर्ग गांव निवासी इंजीनियर राम नयन शर्मा जनपद से सटे वाराणसी में सिंचाई विभाग में अपनी सेवाएं देते हुए सेवानिवृत हुए थे। सेवाकाल के दौरान उन्हें राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित भी किया गया। स्वर्गीय शर्मा कई पत्रिकाओं के प्रकाशन-पटना आजमगढ़, लखनऊ, भोपाल, नई दिल्ली सहित स्वयं द्वारा प्रेषित स्वरचित शोध के लिए समाज रत्न, शिल्पी, रत्न व्यास आदि उपाधि से विभूषित रहे हैं। स्व. शर्मा को संस्था के अध्यक्ष ज्ञानी जैल सिंह राष्ट्रीय शिक्षा समिति द्वारा भी सम्मानित किया गया था।
वे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भ्रष्टाचार उन्मूलन संघ दिल्ली के भी सदस्य रहे हैं। उन्होंने भारत विकास परिषद, संस्कार भारती, पतंजलि योग पीठ, विश्वकर्मा महासभा व ब्राह्मण महासभा आदि के अध्यक्ष पदों को भी सुशोभित किया। 85 वर्ष की आयु में बीते 24 दिसंबर को आजमगढ़ शहर के आरजीबाग स्थित अपने आवास पर उनका निधन हो गया।
अपने पूरे जीवन को सामाज के लिए समर्पित रखने वाले इंजीनियर रामनयन शर्मा के निधन का समाचार मिलने पर सपा प्रमुख व आजमगढ़ के सांसद अखिलेश यादव ने उनके पुत्र को पत्र भेजकर गहरा शोक जताया है। सपा प्रमुख के पत्र को पूर्व मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने उनके बड़े पुत्र हमेन्द्र प्रताप शर्मा को सौंपा।