डीएम कार्यालय पहुंची निजामाबाद तहसील क्षेत्र के शेरवा गांव निवासी महमूदा बेगम पुत्री कमरूद्दी ने आरोप लगाया कि वह अपने पिता की एक मात्र वारिश है। उसके पिता की पवई लाडपुर व शेरवा गांव में भूमि है। पिता की मृत्यु के बाद उसने दाखिल खारिज के लिए तहसीलदार न्यायालय निजामाबाद में आवेदन प्रस्तुत किया लेकिन उसके पिता के खाते से सह खातेदार उसके चचेरे भाइयों ने साजिश रची और अधिकारियों की मिलीभगत से कुटुंब रजिस्टर से उसका नाम गायब करवा दिया और फर्जी अभिलेख तैयार कर खुद को उसके पिता का एक मात्र वारिश बताते हुए दूसरा वाद प्रस्तुत कर दिया। चुंकि उसके पिता की भूमि करोड़ों की है इसलिए उसके चचेरे भाई उलाउद्दीन पुत्र बदरूद्दीन ने पैसे के बल पर लेखपाल से गलत रिपोर्ट लगवाकर तहसीलदार निजामाबाद को प्रभाव में लेकर पूरी भूमि अपने नाम करा ली।
ज्बकि उक्त मामले में 12 जून 2019 को सुनवाई की तारिख नियत थी लेकिन साजिशन उसे रिकाल कर अनुपस्थित दिखाते हुए बिना किसी सूचना उसका वाद निरस्त कर एक जून को ही विपक्षी को उसके पिता का वारिश दिखा दिया गया। इसके बाद से ही एसडीएम से लेकर तमाम अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर काट रही है लेकिन तहसील के अधिकारी अलाउद्दीन के प्रभाव में होने के कारण कुछ सुनने को तैयार नहीं है। जिलाधिकारी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देने पर पीड़ित वापस लौटी। इस दौरान वृद्ध का पोता अबू तलहा, कपिल सिंह बरधा, राजेश यादव आदि भी साथ थे।
By Ran Vijay Singh