शहर कोतवाली क्षेत्र के बाजबहादुर कोट निवासी सैय्यद शहाबुद्दीन की 25 वर्षीय पुत्री अलविया बीयूएमएस की छात्रा थी। मऊ के घोसी एसडीएम कालोनी के पीछे का रहने वाला उसका रिश्ते का फूफा वसीम अलविया से एकतरफा प्यार करता था। वह अलविया से शादी करना चाहता था। उसनेे शादी का प्रस्ताव भी अलविया के पिता के सामने रखा लेकिन बेटी को डाक्टर बनाने की चाहत रखने वाले शहाबुद्दीन ने शादी से इनकार कर दिया।
यह बात वसीम को नागवार लगी और वह जबरदस्ती शादी की कोशिश शुरू कर दिया। जब उसे कामियाबी नहीं मिली तो छात्रा की हत्या कर दी। शहाबुद्दीन का अरोप है कि वसीम ने बहाने से मेरी बेटी अलविया व उसकी मां जरीना बहार को बैठौली की पुलिया के निकट बुलाया। रिश्तेदार होने के कारण मां-बेटी उसकी बातों पर भरोसा करके मिलने जा पहुंची। वहां मां-बेटी को बातों में उलझाया फिर बाइक से कहीं ले जाने लगा।
कुछ दूर सुनसान इलाके में पहुंचने पर उसने अचानक बाइक रोक दी और मां के ऊपर शादी के लिए फिर से दबाव बनाने लगा। उसे बात बनती नजर नहीं आई तो नुकीले हथियार से हमला कर दिया। मां-बेटी ने शोर मचाया तो निकट के खेतों में कार्य कर रहे लोग ललकारते हुए दौड़ पड़े। उनके पहुंचने से पूर्व ही आरोपी ने अलविया की हत्या कर दी और उसकी मां को बुरी तरह घायल कर दिया। मृतका गाजीपुर से बीयूएमएस की पढ़ाई कर रही थी। शहर कोतवाल कृष्ण कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला पंजीकृत कर उसे गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
by ran vijay singh