ग्रामीण लगातार खाद्यान्न वितरण पर लगातार सवाल उठाते रहे है। यहां तक कि कोराना संक्रमण काल में भी मानक के अनुरूप खाद्यान्न न मिलने की शिकायतें आए दिन आ रही हैं। ग्रामीण जिला पूर्ति विभाग पर कोटेदारों से मिलीभगत कर आम आदमी का हक डकारने का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले दिनों ऐसी ही एक शिकायत तत्कालीन आयुक्त कनक त्रिपठी के पास पहुंची थी जिसमें ग्रामीणों ने खाद्यान्न वितरण में अनियमितता के साथ ही जिलापूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्रा पर निलंबित दुकान को गलत तरीके से बहाल करने का आरोप लगाया था।
आयुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराई। जांच में आरोप सही पाए जाने पर उन्होंने डीएसओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति शासन से की थी। शासन द्वारा गुरुवार को जिला पूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्रा को निलंबित कर दिया। कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि कमिश्नर द्वारा की गई कार्रवाई की संस्तुति के आधार पर शासन द्वारा डीएसओ का निलंबित किया गया है।