गोरखपुर जिले के बेलीपार थाना क्षेत्र के ऊंचगांव निवासी व जाति से भूमिहार रमाशंकर पांडेय के 26 वर्षीय पुत्र विभांशू प्रताप से लगभग दो वर्ष पूर्व फेसबुक के माध्यम से जिले के सगड़ी क्षेत्र की रहने वाली स्वजातीय युवती से दोस्ती हो गयी। देखते ही देखते यह प्यार में बदल गई। युवती का गांव के ही युवा प्रधान से भी चक्कर चल रहा था। इस बात से अंजान विभांशू अक्सर पढ़ाई के बहाने अपनी प्रेमिका से मिलने चला आता था।
प्रेमिका से मिलने के लिए उसने सगड़ी क्षेत्र के एक पीजी कालेज में एमए प्रथम वर्ष में दाखिला भी ले लिया था ताकि इसी बहाने उसका यहां आना जाना लगा रहे। वैसे भी सगड़ी तहसील क्षेत्र में मृतक के कई रिश्तेदार निवास करते थे जिनके यहां वह अक्सर आता जाता था। परिजन और रिश्तेदार भी विभांशू के प्रेम संबंध के बारे में जानते थे। स्वभाव से मनबढ़ विभांशू किसी की सुनता नहीं था।
गुरूवार की शाम वह अपनी पल्सर बाइक से गोरखपुर जाने की बात कहकर निकला और मित्र की कार लेकर प्रेमिका से मिलने पहुंच गया जहां उसे तालीबान की तर्ज पर सजा-ए-मौत दे दी गई। फिलहाल चर्चा यह है कि मृतक जिस युवती से प्रेम करता था वह मां-बाप की इकलौती संतान है।
कहीं ऐसा तो नहीं संपत्ति के लालच में किसी और ने इस कृत्य को अंजाम दे डाला या फिर त्रिकाणीय प्यार में फंसे विभाशू की हत्या पहले प्रेमी व परिजनों मिलकर कर दी। इस ममाले मामले में पुलिस को कई विंदुओ पर जांच पड़ताल करने की जरूरत है। ताकि रहस्य से पर्दा उठ सके।
वैसे मृतक के भाई घनश्याम पांडेय ने मृतक की प्रेमिका, व पिता तथा उसके पहले प्रेमी ग्राम प्रधान के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। पुलिस पुलिस तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस गांव में पहले भी दो प्रेमियों की हत्या की जा चुकी है।
पुलिस का दावा जहर खाने से हुई मौत पुलिस ने दावा किया है कि हत्या से पहले विभांशू और उसकी प्रेमिका ने जहर खाया था। फोरेसिंक टीम ने विभांशू के चार पहिया वाहन और प्रेमिका के घर से उल्टी का नमूना लिया है। अधिकारियों का मानना है कि जांच के बाद स्थित और साफ हो जाएगी। वहीं दूसरी तरफ हिरासत में ली गयी प्रेमिका उसके पिता और प्रेमी ग्राम प्रधान से पूछताछ जारी है।