बता दें कि सिकरौर बाजार में 250 केवीए का ट्रांसफार्मर स्थापित है लेकिन अधिक लोड होने के कारण वह आये दिन जल जाता है। वही लो वोल्टेज की समस्या बारहो महीने बनी रहती है। इससे परेशान होकर ग्रामीणों ने 400 केवीए ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की थी। जगह आभाव में अधिकारियों ने 250-250 केवीए का दो ट्रांसफार्मर लगाने का सुझाव दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने 20 अगस्त को तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र देकर 250 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की। समस्या सुनने के बाद तहसील दिवस में मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया।
इसके बाद अधिशासी अभियंता द्वारा 250 केवीए के ट्रांसफार्मर प्रवर्तक के लिए प्राकलन तैयार कर स्वीकृत के लिए भेजने की बात कही गयी। उन्होंने एसडीओ का स्टीमेट तैयार कर देने को कहा लेकिन जेई आज तक स्टीमेट ही नहीं तैयार कर पाए। स्टीमेट न बनने के कारण बात आगे नहीं बढ़ पा रही है। जब भी ग्रामीण जेई और एसडीओ के पास जाते है कोई न कोई बहाना कर लौटा देते है। इस मामले में संदीप जायसवाल, भोदू जायसवाल, विजय, प्रदीय चैरसिया आदि का कहना है कि विभाग के अधिकारी जानबूझकर उत्पीड़न कर रहे है जबकि मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में है इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इस संबंध में वे जल्द ही डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे।