हिन्द सेवा दल निषाद सेना के जिला इकाई की बैठक रविवार को जित्तई निषाद की अध्यक्षता में मेहता पार्क में हुई। इसमें कार्यकर्ताओं द्वारा रोडवेज चालकों एवं परिचालकों द्वारा की जा रही दबंगई की घोर निंदा की गयी। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशुन निषाद ने कहा कि पूर्व में निषाद सेना ने रोडवेज तिराहे से अतिक्रमण हटाने व निगम की बसों को रोडवेज परिसर से संचालित किये जाने को लेकर धरना दिया था। जिला प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करते हुए बसों को रोडवेज परिसर से संचालन भी कराने लगा था। लेकिन निगम के चालक व अधिकारियों की मिलीभगत से बसे फिर से सड़कों से संचालित होने लगी और आये दिन चालक अपने संघ की धौंस दिखाकर स्थानीय, राहगीरों एवं पुलिस से मारपीट कर रहे है। अगर निगम के चालक-परिचालक एवं अधिकारी बसों को जल्द रोडवेज से संचालित नहीं करायेंगे तो हम पुनः धरना देकर आर-पार की लड़ाई लड़ने को बाध्य होंगे।
रामकिशुन निषाद ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में निषाद समाज से किया गया आरक्षण का वादा पूरा करने के बजाय निषाद, बिंद, कश्यप, भर-राजभर आदि 17 अति पिछड़ी जातियों को एससी-एसटी का लाभ देने के बजाय प्रधानमंत्री द्वारा नाम भी नहीं लिया गया। अब चुनाव का समय आ गया है तो इन भोली भाली जातियां का कमेटी बनाकर सर्वे कराया जा रहा हैं और आरक्षण के नाम पर निषाद समाज को ठगने की व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोग भाजपा के असली चेहरे का पहचान गये है अब इनके बहकावे में नहीं आने वाले है। भाजपा के इस साजिश का मुंहतोड़ जवाब निषाद समाज के लोग 2019 के चुनाव में देने काम करेंगे।
जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश ने कहा कि आजमगढ़ के यूनियन बैंक शाखा सहदेव के प्रबंधक की तरफ से किसानों के साथ अनदेखी किया गया, जिससे तमाम किसान कर्जमाफी से वंचित कर दिये गये और इसकी शिकायत भी शासन को की गयी। लेकिन अब कोई कार्रवाई नहीं किया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा सरकार में गन्ना किसान अपनी फसलों को औने-पौने दाम पर बेचने के लिए मजबूर हो गया है, अब भाजपा किसानों की नहीं पूंजीपतियों की सरकार हो गयी है।
बैठक में रामप्रकाश निषाद को निषाद सेना का प्रदेश सचिव व प्रकाश निषाद को आजमगढ़ का जिला सचिव बनाते हुये माला पहनाकर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। बैठक में प्रेम निषाद, छविराज निषाद, रामनाथ निषाद, श्रीनाथ, प्रकाश, लालजी, जितेनद्र, चन्द्रेश निषाद, अशोक निषाद, लंबेदार निषाद, रामप्रकाश निषाद, इंकलेश निषाद, इंदल निषाद, मनोज निषाद, रविन्द्र, बिरजू आदि मौजूद रहे।
BY- RANVIJAY SINGH