बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों महिला उत्पीड़न के आरोपियों का फोटो सार्वजनिक करने की बात कही थी। इसके बाद रविवार की रात समाजवादी पार्टी युवजन सभा के नेता लालजीत यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट सहित शहर के अन्य क्षेत्रों में दुष्कर्म के आरोपी भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर, पूर्व सांसद स्वामी चिम्यानंद व संत राम रहीम का पोस्टर चस्पा कर दिया था। पोस्टर में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का भी फोटो लगाया गया था। सोमवार को मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस ने न केवल शहर से पोस्टर हटवाया बल्कि लालजीत के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की लेकिन अब यह मामला तूल पकड़ता दिख रहा है।
पोस्टर चस्पा करने के मामले को लेकर विश्व हिन्दू महासंघ के कार्यकर्ता प्रदेश उपाध्यक्ष अरूण सिंह साधू के नेतृत्व में मंगलवर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गए। साधू ने कहा कि विहिम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो बालात्कारी के रूप में लगाकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा घृणित कार्य किया गया है।
महासंघ मांग करता है कि पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ रासुका लगाई जाय। साथ ही उसके फोन काल डिटेल ह्वाट्सएप पर 25-28 सितम्बर तक किए गए मैसेज को चेक कर इस कुचक्र में शामिल लोगों को चिन्हिंत कर कार्रवाई की जाय। पुलिस इस बात की भी जांच करे कि इस कृत्य को करने के लिए कौन से लोगों ने फंड की व्यवस्था की।
उन्होने कहा कि जिस लालजीत क्रांतिकारी द्वारा यह होर्डिंग लगाई है वह सिर्फ है। अगर जांच की जाय तो असली व्यक्ति को पकड़ा जा सकता है। महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष ने मांग किया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाय साथ ही जिस प्रेस में पोस्टर छापे गए उसे सीज किया जाए। अगर पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं लेती और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तो महासंघ आंदोलन के लिए बाध्य होगा।