विहिप के कार्यवाहक अध्यक्ष रामकृष्ण मिश्रा ने कहा कि उन्हें भारतीय कानून पर विश्वास भी नहीं है। इसलिए जिस बात को बैठकर सुलझाया जा सकता है, उस पर आराजकता का महौल बनाया गया। हिन्दू नेता हरिवंश मिश्रा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत के आधार पर काम कर रही है, लेकिन वर्ग विशेष के लोगों की ओर से जान-बूझकर फिजां बिगाड़ने का काम गया है। उच्चाधिकारियों व पुलिस पर पथराव और अगजनी की घटनाएं पूर्व में नियोजित साजिश का हिस्सा हैं। इसी के आधार पर जानबूझकर एक नेता व उसके पुत्र को मारा-पीटा गया है।
एक सप्ताह में कार्रवाई का दिया अल्टीमेटम मिश्रा ने कार्यकर्ता के साथ मारपीट करने वाले आराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो हम आगे की रणनीति तैयार करने को विवश होंगे। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक नगर से मुलकात की और नेता की पिटाई के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में विश्व हिन्दू परिषद नगर अध्यक्ष राधामोहन गोयल, बजरंग दल के जिला संयोजक गौरव रघुवंशी, अनिल सेठ, गौरव पाण्डेय, रामसकल चौहान, हरिओम सिंह, संजय सिंह सहित सरायमीर के हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। गौरतलब है कि शनिवार को उपद्रव के दौरान बीजेपी के एक नेता एवं उनके पुत्र को चोट आई थी।
By: Ran Vijay Singh