बता दें कि सरकार द्वारा ‘‘आत्म निर्भर भारत’’ अभियान के अन्तर्गत आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई है। इस आर्थिक पैकेज के अन्तर्गत प्रथम चरण में ऐसे पशु पालक जिनके पास किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध नहीं है, उनको किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध करायी जानी है। ऐसे पशुपालक जिनके पास पूर्व से किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा भू-स्वामियों के आधार पर उपलब्ध है, को अपने किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा में 1.60 लाख से 3.00 लाख रूपये तक की वृद्धि करा सकेगें। पशु पालकों द्वारा बैंक ऋण के सापेक्ष निर्धारित किस्तों का समय से भुगतान करने पर 03 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट का लाभ दिया जाएगा।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. वीके सिंह ने बताया कि इच्छुक पशुपालक निकट के पशु चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर आवेदन बैकों में प्रेषित कर सकते है। जिससे किसान क्रेडिट कार्ड समय से बैकों द्वारा बनाकर दिया जा सके। किसी भी प्रकार की शंका/समस्या के सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के मोबाइल नम्बर- 9455925051 पर अथवा नोडल अधिकारी डाॅ. एसपी सिंह उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा स्वास्थ्य) के मोबाइल नम्बर- 7007979074 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
वहीं दूसरी तरफ अपर मुख्य सचिव पशुपालन ने निर्देश जारी किया है कि ऐसे पशुपालक जिनके पास भूमि नहीं है वे 1.60 लाख रूपये की सीमा तक के किसान क्रेडिट कार्ड बनवा सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि भूमिहीन पशु पालकों को क्रेडिट कार्ड बनवाने में मदद करें तथा अति कुपोषित बच्चों के परिवार को गाय जरूर उपलब्ध करायें।
बिना भूमि के क्रेडिट कार्ड का फैसला काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कारण कि गरीब लोग जो पशु पालन से जुड़े है धन के आभाव में अपने दुग्ध कारोबार को आगे नहीं बढ़ा पाते। किसान क्रेडिट कार्ड के बाद वे आसानी से बैंकों से ऋण प्राप्त कर अपनी जरूरतों को पूरा कर सकेंगेे।
BY Ran vijay singh