बता दें कि निजामाबाद थाने के हुसैनाबाद निवासी नसीम अहमद की बेटी साजिया बानो का निकाह पांच वर्ष पूर्व निजामाबाद थाने के वजीरमलपुर गांव निवासी सबरे आलम से हुई थी। दोनों की तीन साल की एक बेटी है। पति सबरे आलम कोलकाता में ट्रक चलाता है। रविवार को साजिया ने निजामाबाद थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही पति दहेज को लेकर प्रताड़ित करता आ रहा है। कई बार थाने में पंचायत भी हो चुकी है लेकिन ससुराल पक्ष का उत्पीड़न कम नहीं हुआ। बल्कि उसको बदसूरत बताकर और भी प्रताड़ित किया जाने लगा। उत्पीड़न से तंग होकर तीन माह पूर्व वह बेटी के साथ मायके में रहने लगी। ससुराल पक्ष के दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो तीन दिन पूर्व पति ने फोन कर तीन बार तलाक बोल दिया। रविवार को वह कोलकाता से घर लौटा तो तरह-तरह की धमकी देने लगा।
बच्ची और खुद का भविष्य अंधकारमय होता देख पीड़ित ने रविवार को निजामाबाद थाने में आरोपी सबरे आलम के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया। पुलिस ने रिपोर्ट पंजीकृत करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कानून बनने के बाद यूपी के पूर्वांचल में यह पहला मामला है जिसमें रिपोर्ट पंजीकृत करने के साथ ही पति को जेल भेज दिया गया है। निजामाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर मिलते ही दहेज के लिए प्रताड़ित करने और फोन पर तीन तलाक देने के अरोप में पति सदरे आलम के खिलाफ 498 ए और 3/4 डीपी एक्ट व मुस्लिम महिला सुरक्षा एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा गया है।