पीड़ित व होटल संचालक की शिकायत पुलिस मौके पर पहुंची और पति को हिरासत में ले ली लेकिन बाद में उसका शांतिभंग में चलान कर मामले को दबा दिया। पुलिस पीड़ित की सुनने के लिए तैयार नहीं है और ससुराल वाले तरह तरह से परेशान कर रहे हैं। पीड़ित ने शुक्रवार को डीआईजी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
मऊ जनपद के दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के औरंगाबाद निवासी जिकरा को क्षेत्र के डोमनपुरा निवासी अब्दुल वहाव पुत्र अब्दुल गनी ने अपने प्रेमजाल में फंसा लिया था। लड़की के घरवालों ने चार साल पहले दोनों का निकाह करा दिया। शादी के बाद ससुराल पक्ष के लोग उस पर दहेज का दबाव बनाने लगे। इसी बीच जिकरा के पिता जमशेद अहमद ने हमीदपुर में मकान बनवा लिया। अब्दुल वहाब भी दहेज नहीं मिलने पर दूसरी शादी करने की धमकी देते हुए मारने पीटने लगा। इस दौरान दोनों के दो बच्चे भी हो गए। उसे लगा कि अब शायद मामला शांत हो जाए लेकिन चार माह पूर्व अब्दुल वहाब ने जिकरा को फोन पर तलाक दे दिया। इसके बाद भी वह ससुराल में ही रही।
25 जनवरी 2018 को वहाब ने उसे मारा पीटा और घर से निकाल दिया। इसके बाद वह थाने में शिकायत की। पुलिस वहाब को थाने तो ले गई लेकिन 26 जनवरी को छोड़ दिया। थाने से लौटने के बाद वहाब ने उसे फिर मारा पीटा तो वह मायके चली गयी। इसके बाद उसने फरवरी में घरेलू हिंसा एवं हर्जा खर्चा के लिए मऊ फैमिली कोर्ट में मुकदमा किया। दोनों के बीच मुकदमा चल रहा था कि 18 अगस्त 2018 को वहाब ने फोनकर एक होटल में बुलाया। जब वह होटल गई तो वहाब ने चाकू से डरा धमकार उसके साथ दुराचार किया और मुकदमा वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी देने लगा।
पीड़ित और होटल प्रबंधन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और वहाब को थाने ले जाकर शांतिभंग की धारा में चलान कर दिया। अगले दिन पीड़ित सीसी टीवी फुटेज आदि लेकर सीओ आफिस गई और एसपी से मिली लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर पीड़ित शुक्रवार को डीआईजी कार्यालय पहुंची और प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
BY- RANVIJAY SINGH