कप्तानगंज थाना क्षेत्र के मरगूबपुर ग्राम निवासी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल में मुख्य आरक्षी पद पर नियुक्त थे। इन दिनों लगभग एक वर्ष से वह कानपुर जिले में तैनात थे। बीते एक सितंबर को वह 13 दिनों का अवकाश लेकर अपने घर आए हुए थे। रविवार की सुबह अचानक उनके सीने में दर्द उभरा। हालत गंभीर देख परिजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने हृदयाघात से मौत की पुष्टि कर दी। इसकी सूचना दिवंगत जवान के अधिकारियों को दी गई।
सोमवार की सुबह आईटीबीपी इलाहाबाद यूनिट की टीम दिवंगत जवान के घर पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद मृत जवान के घर पहुंच शव को जवानों ने अंतिम सलामी दी। इसके बाद मृत जवान के घर से अंतिम यात्रा निकली। महराजगंज क्षेत्र के भैरवधाम श्मशान ले जाया गया। मृतक के बड़े पुत्र हेमन्त कुमार ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। दिवंगत जवान की पत्नी अशर्फी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके चार पुत्र बताए गए हैं।
रस्सी के सहारे लटकता मिला मजदूर का शव
गंभीरपुर थाना क्षेत्र के बरवां गांव में सोमवार की सुबह 45 वर्षीय मजदूर का शव घर से कुछ दूरी पर स्थित पेड़ में रस्सी के सहारे लटकता मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। गंभीरपुर क्षेत्र के बरवां ग्राम निवासी 45 वर्षीय दशरथ राम पुत्र खेदन परिवार की आजीविका चलाने के लिए मजदूरी करता था। रविवार की रात जब परिवार के लोग गहरी निद्रा में लीन थे। उसी दौरान वह चोरी-छिपे घर से निकल गया। दशरथ ने घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित पेड़ से रस्सी के सहारे फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी ग्रामीणों व परिजनों को सोमवार की सुबह हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के तीन पुत्री व दो पुत्र बताए गए हैं।
BY- RANVIJAY SINGH