आजमगढ़

रेप के मामले में गवाही के चलते गई जवाहिर की जान

मजबूत पैरवी और गवाहों की सक्रियता के चलते आरोपी की जमानत नहीं हो पा रही है।

आजमगढ़Mar 04, 2018 / 10:37 pm

Akhilesh Tripathi

आजमगढ़ में हत्या

आजमगढ़. जिले में होली के दिन देर शाम सिधारी थाना क्षेत्र के समेंदा गांव में लाठियों से पीटकर जवाहिर राम नामक दलित व्यक्ति की हत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। इस मामले में मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि लगभग दो वर्ष पूर्व नौ वर्षीय बालिका के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में कारागार में निरुद्ध आरोपी को छुड़ाने की जुगत में लगे पट्टीदारों ने सुलह के लिए एक सप्ताह पूर्व हुई पंचायत के दौरान हत्या की धमकी दी थी और होली के दिन मौका पाकर उन्होंने लाठियों से पीटकर जवाहिर राम को मार डाला।
 

मृतक जवाहिर राम पुत्र धनई के छोटे भाई हीरा का आरोप है कि दो वर्ष पूर्व दलित बस्ती की रहने वाली नौ वर्षीय बालिका के साथ रेप की घटना हुई थी। इस मामले में नामजद आरोपी नंदा पुत्र फेरु यादव इस समय जेल में निरुद्ध है। इस मामले में मृतक के छोटे भाई हीरा सहित चार लोग गवाह हैं। मजबूत पैरवी और गवाहों की सक्रियता के चलते आरोपी की जमानत नहीं हो पा रही है। इस मामले में समझौते के लिए मजबूत पैरवी और गवाहों की सक्रियता के चलते आरोपी की जमानत नहीं हो पा रही है।
 

सुलह के लिए जवाहर की हत्या में आरोपित बृजेश यादव पुत्र जयराम ने एक सप्ताह पूर्व बिरुआ समेंदा गांव स्थित प्राथमिक पाठशाला पर पंचायत बुलाई थी। समझौते के लिए बृजेश ने पीड़ित पक्ष को एक लाख रुपए में समझौता करने के लिए दबाव बनाने का प्रयास किया। पीड़ित पक्ष और गवाहों के न मानने पर आरोपी पक्ष द्वारा हत्या की धमकी दी गई थी। शुक्रवार की देर शाम होली के दिन बिरुआ ग्राम निवासी अपने मित्र के घर से दावत खाकर अपने घर लौट रहे गवाह हीरा के बड़े भाई जवाहिर राम की हत्या कर दी गई।
 

रविवार की दोपहर क्षेत्राधिकारी नगर सच्चिदानंद मय फोर्स मृतक के घर पहुंचे। उन्होंने इस मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही मृतक के परिजनों को सरकारी मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। इस घटना से बिरुआ समेंदा गांव की दलित बस्ती में दहशत का माहौल कायम है।
 

 

BY- RAN VIJAY SINGH

 

 

 

Home / Azamgarh / रेप के मामले में गवाही के चलते गई जवाहिर की जान

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.