दलित ग्राम प्रधान की हत्या के बाद जब यूपी की राजनीति तेज हुई तो उसके खिलाफ एडीजी ने एक लाख और शासन ने दो लाख रूपए का ईनाम घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि स्वाट टीम की सूचना के बाद स्वाट और कई थानों की पुलिस फोर्स ने तीन लाख के ईनामी बदमाश की घेराबंदी की। जिसके बाद उसने पुलिस पर फायरिंग की। जबावी फायरिंग में बदमाश सूर्यांश यादव ढेर हो गया। उसके ऊपर कई गंभीर अपराधिक मुकदमे दर्ज थे और उसका जिले में काफी आतंक भी था।
व्यापारी से मांगी थी पांच लाख रूपए की रंगदारी
सूर्यांश ने गुरुवार को जिले के एक व्यापारी को एसएमएस कर पांच लाख रूपये रंगदारी मांगी थी। जिसके बाद व्यापारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूर्यांश के जिले में होने के आहट के बाद से पूरी पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। इसी बीच स्वाट टीम को देर शाम जानकारी मिली कि तरवां के बहुचर्चित दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या में वांछित तीन लाख रूपए का ईनामी सूर्यांश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए सरायमीर थाना क्षेत्र में जा रहा है। सूचना के बाद स्वाट टीम ने सरायमीर थाने की पुलिस के साथ संयुक्त रूप से आपरेशन चलाया तब कहीं जाकर बड़ी सफलता मिली।