scriptकिसान आंदोलनः पुलिस छावनी में तब्दील हुआ स्टेशन, परिंदा भी नहीं मार सकता पर | Kisan Andolan Heavy Police Force Deployed in Azamgarh Railway Station | Patrika News

किसान आंदोलनः पुलिस छावनी में तब्दील हुआ स्टेशन, परिंदा भी नहीं मार सकता पर

locationआजमगढ़Published: Feb 18, 2021 04:16:31 pm

चप्पे-चप्पे पर तैनात है पुलिस और क्यूआटी, किसानों पर रखी जा रही नजर

azamgarh news

रेलवे स्टेशन पर तैनात पुलिस

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. किसानों के रेल रोको आंदोलन को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आया। छोटे से लेकर बड़े स्टेशनों को पुलिस छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया। चप्पे-चप्पे पर फोर्स नजर आयी यह अलग बात है कि किसी स्टेशन पर आंदोलनकारी नहीं पहुंचे जिससे पुलिस ने राहत की सांस ली।

बता दें कि कृषि कानून के विरोध में आंदोलित किसानों ने आज रेल रोकों आंदोलन का अह्वान किया था। इसे देखते हुए पुलिस सुबह से ही सर्तक थी। आजमगढ़ रेलवे स्टेशन के साथ ही सठियांव, रानी की सराय, सरायमीर, दीदारगंज, खुरासन रोड रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के कड़े प्रबंधन किए गए थ।

जिला मुख्यालय स्थित रेलेवे स्टेशन को तो पूरी तरह सुरक्षा घेरे में ले लिया गया था। पुलिस के साथ मौके पर क्यूआरटी तैनात की गयी थी। खुद सीओ सिटी स्थिति पर नजर गड़ाए हुए थे लेकिन इस आंदोलन का आजमगढ़ में कोई असर नहीं किया। कहीं भी किसान रेल रोकने का न तो प्रयास किये और ना ही स्टेशन पर पहुंचे। इससे पुलिस ने राहत की सांस ली।
उत्तर प्रदेश किसान सभा द्वारा जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन जरूर किया गया। जिलाधिकारी के माध्यम से चार सूत्रीय मांग पत्र राष्ट्रपति को भेजकर तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की।

जिलाध्यक्ष कमला राय ने कहा कि देश के किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए पिछले ढाई महीनों से दिल्ली में आंदोलन कर रहे है लेकिन केन्द्र सरकार अपने हठधर्मिता के आगे उनकी नहीं सुन रही है। यह सरकार किसानों के हित के लिए नहीं बल्कि पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह काला कानून बनाई है।

BY Ran vijay singh

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो