बता दें कि सदर तहसील में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और डीआईजी अखिलेश कुमार की अध्यक्षता में समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। हाल मेें फरियादियों की भारी भीड़ थी। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था कि एकाएक बिजली चली गयी। इसके बाद मंडलायुक्त और डीआईजी उठे और बाहर निकल गए। जब तक कोई कुछ समझ पाता दोनों अधिकारी वाहन में बैठकर चले गए। इसके बाद फरियाद लेेकर पहुंचे लोगों में अफरातफरी मच गयी। कारण कि लोग इस उम्मीद से पहुंचे थे कि मंडल के बड़े अधिकारियों को अपना दर्द बातएंगे तो जल्दी समाधान होगा लेकिन अधिकारियों ने समस्या ही नहीं सुनी।
फरियाद करने पहुंचे राजेश यादव, हरिश्चन्द्र आदि का कहना था कि जनसुनवाई चल रही थी। तभी बिजली कटी और समस्या सुनना छोड़कर दोनों अधिकारी चले गए। इससे हम फरियादियों को निराशा मिली है। अधिकारियों के नाराज होेकर चले जाने के सवाल पर एसडीएम सदर जलराजन चौधरी का कहना है कि जन सुनावाई के दौरान बिजली कट गयी थी। जनरेटर खराब था जिसे मकैनिक ठीक कर रहा है। रहा सवाल अधिकारियों के जाने का तो वे बिजली कटने की वजह से नहीं गए बल्कि उन्हें अन्य तहसीलों के दौरे पर जाना था। इसलिए वे चले गए। हमलोग समास्याओं का समाधान कर रहे हैं।