script100 रुपये मजदूरी के लिये ठेले से 70 किलोमीटर का सफर, दबंग ने पीटा, एसओ ने नहीं की मदद, सीओ बोले जांच करेंगे | Labour Pull Trolleys to 70 Km for Complaint Due to man not pay Rs 100 | Patrika News

100 रुपये मजदूरी के लिये ठेले से 70 किलोमीटर का सफर, दबंग ने पीटा, एसओ ने नहीं की मदद, सीओ बोले जांच करेंगे

locationआजमगढ़Published: Mar 02, 2021 05:07:28 pm

-गांव के ही दबंग पर लगाया मजदूरी मांगने पर मारने पीटे व धमकी देने का आरोप
-गरीब की कहानी सुन थानेदार बोले, तुम्हारा मामला समझ से परे नहीं कर पाएंगे मदद
-तहसील दिवस के कारण नहीं मिले एसपी, सीओ बोले जांच कराएंगे फिर देखेंगे क्या हो सकती है कार्रवाई

एसपी कार्यालय पहुंचा मजदूर और उसकी पत्नी

एसपी कार्यालय पहुंचा मजदूर और उसकी पत्नी

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
आजमगढ़. सरकार लाख दावा करे लेकिन मजदूरों का उत्पीड़न आज भी बदस्तूर जारी है। ठेला खींचकर गुजर बसर करने वाले एक मजदूर को दबंग ने सिर्फ इसलिए मारापीटा क्योंकि वह 100 रुपये बकाया मजदूरी मांगने उसके घर पहुंच गया। पीड़ित शिकायत लेकर थाने पहुंचा तो पहले तो उसे घंटों बैठकार परेशान किया गया फिर थानेदार ने यह कहकर लौटा दिया कि तुम्हारी शिकायत समझ से परे है। फिर भी पीड़ित मजदूर ने हार नहीं मानी और पूरी रात ठेला खींचकर 70 किमी दूर एसपी कार्यालय पहुंच गया लेकिन उसकी एसपी से भी मुलाकात नहीं हो पायी। कार्यालय में मिले सीओ ने यह कहकर लौटा दिया कि जांच कराकर देखते है क्या हो सकता है।

 

मामला मेंहनाजपुर थाना क्षेत्र के इटैली गांव का है। पत्नी के साथ एसपी कार्यालय पहुंचे मजदूर संजय कुमार का आरोप है कि गांव में प्राथमिक विद्यालय का निर्माण चल रहा है। निर्माण गांव का ही एक व्यक्ति करा रहा है। उक्त व्यक्ति ने उसे बल्ली और पटरा लाने को कहा। इसके बाद वह अपने ठेले से बल्ली और पटरा स्कूल पर पहुंचाया लेकिन उसे 100 रुपये मजदूरी नहीं मिली।

 

26 फरवरी की सुबह वह निर्माण करा रहे व्यक्ति के घर मजदूरी मांगने गया तो मजदूरी देने के बजाय दबंग ने उसे बुरी तरह पीट दिया। इसके बाद पीड़ित थाने पहुंचकर तहरीर दिया। अगले दिन थानेदार ने उसे थाने बुलाया। उसे थाने पर घंटों तक बैठाए रखा फिर यह कहकर लौटा दिया कि उसकी शिकायत समझ से परे हैं। इसके बाद भी मजदूर हार नहीं माना बल्कि अपना हक हासिल करने की ठान लिया।

 

सोमवार की शाम वह अपनी पत्नी को ठेले पर बैठाकर 70 किमी दूर जिला मुख्यालय पुलिस अधीक्षक से मिलने के लिए निकल गया। रात में 1.30 बजे वह चेकपोस्ट पहुंचा। वहीं उसने विश्राम किया फिर सुबह छह बजे जिला मुख्यालय के लिए चल दिया। पूर्वांह्न करीब 11 बजे वह एसपी कार्यालय पहुंचा तो पता चला कि पुलिस अधीक्षक तहसील दिवस में गए है। इसके बाद उसने कार्यालय में मौजूद सीओ से मुलाकात कर अपना दर्द बताया। सीओ ने मामले की जांच कराने की बात कहकर उसे वापस भेज दिया। निराश मजदूर वापस लौट गया। उसके आंसू उसकी बेबसी को बयां कर रहे थे।

BY Ran vijay singh

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