अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पांडेय ने शुक्रवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि संजीव सिंह आर्थिक तंगी के शिकार थे जिसके कारण किराया नहीं दे पाए थे। घटना के एक हफ्ते पूर्व उन्होंने अपने आठ वर्षीय पुत्र को गांव भेज दिया था। संजीव व साधना राकेश राय के मकान में ही रूके थे। रविवार की शाम संजीव व राकेश राय में किराये को लेकर कहासुनी हुई। इसके बाद सोमवार की सुबह राकेश राय और उनके बेटे निशित राय ने संजीव से किराए की मांग की। उसी दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि राकेश राय ने गोली चला दी जिससे संजीव और पत्नी साधना सिंह दोनों घायल हो गए। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी। मकान मालिक और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है।