जिलाध्यक्ष हरिद्वार सिंह पालीवाल ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को पूरा करने की बजाय हमारे आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। जिसके क्रम में प्रशासन ने हमारे धरने को विखण्डित करने के लिए धरना स्थल पर समाजवादी पार्टी को सभा करने के लिए अनुमती दे दिया। शासन-प्रशासन आम जनता से हमारा टकराव कराकर आंदोलन से भटकाना चाह रहा है लेकिन लेखपाल संघ प्रशासन को अपने मंसूबों में कामयाब नही होने देगा।
उन्होंने कहा कि हम शासन-प्रशासन की चाल को समझ रहा है लेखपाल उनकी चाल में फंसने वाले नही हैं। दो हजार में दम नही अठ्ठाइस सौ से कम नही का नारा लगाते हुए कहा कि हमारी आठ सूत्रीय जायज मांगे किसी भी किमत पर पूरी होनी चाहिए। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी हमारा शांतिपूर्ण धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि लेखपाल अब निलंम्बन और अपनी गिरफ्तारी से डरने वाला नही हैं। सरकार की कोई भी सख्ती उनके आंदोलन को खत्म नहीं करा सकती है। धरने के दौरान कई ग्राम प्रधानों ने लेखपालों के समर्थन में मुख्यमत्री को पत्र भी लिखा। धरने की अध्यक्षता बाबूराम बिंद व संचालन तहसील अध्यक्ष रामानुज श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर शकील अहमद, लालता प्रसाद यादव, प्रेम प्रकाश, कृष्णकुमार यादव, अंजनि तिवारी, जैनेन्द्र प्रसाद, दिनेश, अमित पाण्डेय, साधना सिंह, सुनीता कुमारी, सरोज दूबे, कविता तिवारी, प्रतिभा यादव, गरिमा सिंह, दीपिका राय, ज्योति तिवारी, अमिता पाण्डेय, शिवानी सिंह, मीना सिंह, बंदना राय, स्नेहा सिंह, उमेश नारायण, लालधर यादव, अजय कुमार सिंह, अनिल सिंह, राजेश सहित आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर शकील अहमद, लालता प्रसाद यादव, प्रेम प्रकाश, कृष्णकुमार यादव, अंजनि तिवारी, जैनेन्द्र प्रसाद, दिनेश, अमित पाण्डेय, साधना सिंह, सुनीता कुमारी, सरोज दूबे, कविता तिवारी, प्रतिभा यादव, गरिमा सिंह, दीपिका राय, ज्योति तिवारी, अमिता पाण्डेय, शिवानी सिंह, मीना सिंह, बंदना राय, स्नेहा सिंह, उमेश नारायण, लालधर यादव, अजय कुमार सिंह, अनिल सिंह, राजेश सहित आदि उपस्थित थे।