बता दें कि तरवां थाना क्षेत्र में हुए मजदूर हत्याकांड में आजमगढ़ पुलिस द्वारा मुख्तार अंसारी के खिलाफ तरवां थाने में गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की गयी है। इस मामले की विवेचना इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार कर रहे हैं। इसी के तहत पुलिस द्वारा मुख्तार अंसारी द्वारा गैर कानूनी ढंग से अर्जित की गयी संपत्तियों को खंगाला जा रहा है। अब जांच में पुलिस को मुख्तार की एक और बेनामी संपत्ति का पता चला है। यह संपत्ति लखनऊ के हुसैनगंज के बरफखाना में है। इसका कुल क्षेत्रफल 2078 वर्गफीट है। उक्त जमीन की कीमत करोड़ों में बतायी जा रही है। आजमगढ़ पुलिस से मिली इस जानकारी को जुटाने के लिए नगर निगम, एलडीए और सदर एसडीएम से अभिलेख मांगे गए हैं। आजमगढ़ पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस संपत्ति का बैनामा मुख्तार अंसारी ने अपनी पत्नी के नाम से कराया था।
गौरतलब है कि पूर्व में मुख्तार अंसारी की शहर में उन्नीस संपत्तियों का पता चलने पर नगर निगम से उसकी जानकारी मांगी गई थी। इसमें जापलिंग रोड पर कई संपत्तियों का पता चला था। नगर निगम में भी इन संपत्तियों को दर्ज कराया गया था। इसमें एलडीए ने अवैध तरह से बनी बिल्डिंग को तोड़ा था, जो सिंचाई विभाग की जमीन पर पाई गई थी। अब पुलिस विभाग को नई संपत्ति की जानकारी हुई है। इसके कुछ हिस्से में पेट्रोल पंप होने की बात भी कही जा रही है।