बता दें कि तरवां थाने क्षेत्र में ठेकेदारी के वर्चश्व को लेकर हुई गोलीबारी के मामले में मुख्तार अंसारी और उसके नौ गुर्गो पर गैंगेस्टर लगाया गया है। उस मुकदमें में श्यामबाबू पासी का नाम भी शामिल है। वर्तमान में वह जेल में है। विवेचक प्रशांत श्रीवास्तव को विवेचना के दौरान श्यामबाबू पासी द्वारा जरामय की अवैध कमाई से पत्नी सावित्री के नाम खरीदी गई स्कार्पियों की जानकारी हुई। इसके बाद गैंगेस्टर एक्ट के तहत श्यामबाबू पासी की स्कॉर्पियो को जब्त करने का फैसला किया गया। मंगलवार को मेंहनगर थाना क्षेत्र के वीरपुर से स्कॉपियो जब्त करने की कार्रवाई की गई।
इसके पूर्व प्रशासन मुख्तार के गुर्गे अनुज के घर की कुर्की कर चुका है। वहीं दूूसरी तरफ उत्तर प्रदेश गिरोह बंद एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत मुख्तार के चल-अचल संपत्ति को चिह्नित करने की कार्रवाई जारी है। इसी के तहत लखनऊ में 21 विधानसभा मार्ग एबट रोर्ड बर्फखाना हुसैनगंज में मुख्तार के पत्नी के नाम एक संपत्ति चिह्नित की गयी है। स्वाट टीम प्रभारी प्रशांत श्रीवास्तव के अनुसार उक्त संपत्ति की अनुमानित कीमत करोड़ों रुपये है।
मुख्तार ने भयभीत करके और सर्किल रेट छुपाते हुए एक व्यापारी से मात्र पांच लाख रुपये में अपनी पत्नी के नाम बैनामा लिया है। इस संपत्ति को कुर्क करने के लिए एसपी ने जिलाधिकारी लखनऊ को पत्र भेजा है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि लखनऊ में चिह्नित प्रापर्टी को जब्त करने के लिए डीएम लखनऊ को पत्र लिखा गया है। जल्द ही उक्त संपत्ति कुर्क की जाएगी।