तरवां थाना क्षेत्र के सराय वृंदावन गांव निवासी 35 वर्षीय इसरार के एक पुत्र व चार पुत्रियां है। वह मेंहनत मजदूरी कर किसी तरह परिवार का भरण पोषण करता था। कोरोना संक्रमण के चलते उसे काम नहीं मिल रहा था जबिक परिवार की जरूरतें लगातार बढ़ जा रही थी। जरूरत पूरी न कर पाने से परेशान इसरार मानसिक रूप से परेशान था।
तमाम कोशिशों के बाद भी वह काम नहीं पा रहा था। दो दिन पूर्व उसे कहीं काम मिला था लेकिन उसकी समस्या कम होने वाली नहीं थी। आर्थिक तंगी से परेशान इसरार रविवार की देर शाम मजदूरी कर घर लौटा और भोजन करने के बाद सोने चला गया।
इसरार रात में किसी समय पत्नी की साड़ी से छत के चुल्ले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार की सुबह बच्चे पैसा मांगने के लिए अपने पिता को जगाने के लिए गए। उन्होंने पिता का शव फंदा से लटका देख शोर मचाया।
शोर सुनकर आस-पास के लोग भी आ गए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आत्महत्या से परिवार में कोहराम मचा है।
by ran vijay singh